हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सचिव बज़्म अदब आईकेएमटी कारगिल लद्दाख ने कहा कि बाल्टिस्तान क्षेत्र के प्रसिद्ध विद्वान और कवि शेख गुलाम हुसैन सेहर के दुखद निधन की खबर सुनने के बाद।सभी लेखक और कवि और साहित्य प्रेमी दुखी हैं। उनके निधन से क्षेत्र ने एक महान कवि, लेखक और विद्वान खो दिया है।
उन्होंने अपने साहित्यिक जीवन में चार अलग-अलग भाषाओं में विभिन्न विषयों पर बड़ी सफलता के साथ कविताएँ लिखी हैं।मरहूम लोगों के साथ बड़े प्यार मोहब्बत से पेश आते थे,
उनके निधन की खबर से कारगिल जिले में भी माहौल गमगीन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही बज़्म अदब आईकेएमटी कारगिल ने एक आभासी माहौल बना दिया।
ऑनलाइन शोक सभा का प्रोग्राम आयोजित किया गया,
इस मौके पर बज़्म अदब आईकेएमटी कारगिल के वाइस चेयरमैन हाजी मुहम्मद अली नोशिन ने शेख सहर के निधन को अपूरणीय क्षति बताया।
कारगिल राष्ट्र और विशेष रूप से बज़्म अदब आईकेएमटी ने साहित्यिक राष्ट्र बाल्टिस्तान के प्रति संवेदना व्यक्त की। शोक सभा की अध्यक्षता प्रसिद्ध बालती कवि मुहम्मद अलीक ने कीअपने अध्यक्षीय भाषण में उन्होंने शेख सहर के जीवन और साहित्यिक सेवाओं की संक्षिप्त रूपरेखा दी।
शोक सभा में शामिल होने वाले अन्य लेखकों में अकबर अली खान शाहीन, मोहम्मद अली बाबा, निसार हुसैन निसार, हाजी मोहम्मद हुसैन पश्कम पा, मुख्तार जाहिद बडगामी शामिल थे।